1. क्या ऐसा नहीं कि हमने तुम्हारा सीना तुम्हारे लिए खोल दिया?
2. और तुमपर से तुम्हारा बोझ उतार दिया,
3. जो तुम्हारी कमर तोड़े डाल रहा था?
4. और तुम्हारे लिए तुम्हारे ज़िक्र को ऊँचा कर दिया?
5. अतः निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है
6. निस्संदेह कठिनाई के साथ आसानी भी है
7. अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ,
8. और अपने रब से लौ लगाओ